Gandos = गांडोस या गांडोज: डिक्शनरी से लेकर भाषा-वैज्ञानिक से जानिए इसकी परिभाषा, किसके लिए प्रयोग किया जाता है यह ट्रेंडिंग शब्द

पोस्टर में जो फोटो है, उसे पूर्णता में देखेंगे-समझेंगे तो भले निराशा में ही सही… एक बार के लिए बोल उठेंगे - यही है GANDOS.

Dec 15, 2024 - 21:46
 0  0
Gandos = गांडोस या गांडोज: डिक्शनरी से लेकर भाषा-वैज्ञानिक से जानिए इसकी परिभाषा, किसके लिए प्रयोग किया जाता है यह ट्रेंडिंग शब्द
Gandos

मूर्ख हैं वो लोग, जो कहते हैं कि TV मत देखो… TV आपको बीमार कर देगा। मैं तो न जाने कितने दिनों से TV देखता आ रहा हूँ, सर्दी-खाँसी-बुखार के अलावा कभी सीरियस बीमार हुआ हूँ, यह याद नहीं। जो मना करते हैं, उनका संदर्भ वो जानें… मैं तो ज्ञानवर्धन के लिए TV देखता हूँ, देखता रहूँगा।

चित्रहार शब्द मैंने TV से ही सीखा। चड्डी पहन के फूल भी खिल सकता है, यह TV ने ही बताया। कितना गिनाऊँ! लेटेस्ट मतलब एकदम हाल-फिलहाल में भी एक नया शब्द सिखा – Gandos. पहली बार में समझ नहीं आया, इसलिए मेरे अंदर का खोजी पत्रकार जाग गया – खोजना और खोदना शुरू कर दिया।

ऑक्सफोर्ड की मोटी और बड़ी भारी-भरकम डिक्शनरी पर भरोसा था। सबसे पहले उसे ही पलटा। निराशा हाथ लगी। अंग्रेज कहने को सिर्फ एडवांस हैं, हकीकत में हैं पिछड़े। Gandos जैसा ट्रेंडिंग शब्द भी जिस भाषा-कोष में न मिले, वो काहे का एडवांस भला!

अंग्रेजी से हारा तो हिंदी का सहारा लिया। यहाँ सफलता के करीब-करीब पहुँच गया था… लेकिन निराशा हाथ लगी। Gandos का हिंदी उच्चारण गांडोस या गांडोज तो नहीं मिला लेकिन इससे मिलता-जुलता एक शब्द मिल गया। इसलिए ऊपर लिखा कि करीब-करीब सफल हो चुका था। मेरी सर्च ‘गाँडू’ शब्द पर आकर रुक गई। 150000+ शब्दों वाली ‘नालंदा विशाल शब्द सागर’ डिक्शनरी के अनुसार गाँडू = गुदा मैथुन कराने वाला, डरपोक, बुजदिल, निकम्मा आदि होता है।

दोनों भाषाओं ने निराश ही किया एक तरीके से। थक हार कर मैंने गूगल बाबा का सहारा लिया। गूगल ने निराश नहीं किया। हूबहू Gandos शब्द खोज कर निकाल दिया। जब उस पेज को खोल कर पढ़ा तो जरूर निराशा हाथ लगी। वो इसलिए क्योंकि इस पेज में Gandos सरनेम वाले अमेरिकी परिवार की जानकारी दी गई है। इंडियन TV मीडिया में अमेरिकी परिवार पर चर्चा क्यों? इसलिए गूगल से भी धोखा ही मिला, यह कह सकते हैं।

मैं मीडिया इंडस्ट्री में काम करता हूँ। अपना धंधा ही कॉन्टैक्ट बनाए रखने पर चलता है। तो समझ लीजिए कि मेरे पास भी कुछ कॉन्टैक्ट्स हैं। शब्दकोष से थक कर गूगल पर गिरे… अंत में जब बात समझ में नहीं आई तो इन्हीं कॉन्टैक्ट्स को फोन घुमाया। बात इंडियन TV मीडिया पर पूरे दिन छाए एक शब्द की थी, तो मैंने लगभग सभी राज्यों के अपने कॉन्टैक्ट्स को फोन कर डाला। अंधेरे में चलाया तीर गुजरात और महाराष्ट्र में जाकर लगा सटीक निशाने पर।

गुजराती भाषा पर पकड़ रखने वाले प्रोफेसर लिंकन से जब हमने बात की तो उन्होंने विस्तार से इस शब्द की व्याख्या की। उन्होंने बताया कि गुजराती भाषा में ‘Gandos’ का सीधा-सीधा अर्थ है ‘पागल’। Gando यानी गाँडो (ગાંડો) का अर्थ ही है पागल या ऐसा व्यक्ति जिसके पास दिमाग नहीं है, या फिर दिमाग है पर उसका उपयोग नहीं करता।

जब गुजरात के सौराष्ट्र इलाके का कोई व्यक्ति अपनी स्थानीय (काठियावाड़ी) भाषा में Gandos कहता है, उसका अर्थ होता है ‘गाँडो + छे’ (ગાંડો છે) यानी ‘पागल है’ या ‘मुर्ख है’। प्रोफेसर साहब ने थोड़े कड़क अंदाज में यह भी कहा कि इस शब्द का प्रयोग गुजराती सदियों से करते आ रहे हैं। इसलिए भाजपा के किसी नेता को इसके उद्भव का श्रेय नहीं दिया जा सकता।

आपको बता दें कि प्रोफेसर लिंकन ही वो शख्स हैं, जिन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोलंड ट्रंप (Donald Trump) को गुजराती के 2-4 शब्द सिखाए थे, जिनका प्रयोग उन्होंने न सिर्फ भारत दौरे पर किया बल्कि अमेरिका में रह रहे गुजरातियों को भी अपने शब्दों से मोहित कर बंपर जीत हासिल की।

महाराष्ट्र में जिन शख्स से मैंने बात की, उन्होंने तो एक अलग आयाम ही खोल दिया। महिला सशक्तीकरण की प्रखर आवाज श्रीमती सिद्धी जी ने बताया कि यह एक गाली है, जिसका मतलब होता है – Asshole. Gandos = Asshole, ऐसा सुन कर ही मैं सदमे में चला गया। श्रीमती सिद्धी जी ने भी निराशा व्यक्त की और कहा कि बच्चे-बच्चे तक इसका प्रयोग करते हैं।

मैं तो सदमे में इसलिए था क्योंकि अगर यह इतनी गंदी गाली है तो फिर TV पर इसे क्यों चलाया जा रहा है? यह प्रश्न मेरे दिमाग में घूमने लगा। 

मीडिया मतलब सवाल। मेरे एक सवाल का जवाब मिल गया तो दूसरा सर पर नाचने लगा। यह पोस्टर को गौर से देखने के बाद हुआ। मैंने अपने सूत्रों से पोस्टर बनाने वाले को खोज निकाला। उन्होंने तो अलग ही कहानी सुना डाली। उन्होंने अपने काम को भाषा से कई स्टेप ऊपर जाकर आध्यात्म और दर्शन से जुड़ा बताया। 

उनके अनुसार पोस्टर बना कर उन्होंने सिर्फ कर्म किया है, तत्पश्चात फल पर उनका कोई अधिकार नहीं है। पोस्टर भी उन्होंने तभी बना डाला था, जब कॉन्ग्रेस वालों ने मोदी और अडानी को जोड़ कर एक फोटो बनाई थी, जिसका नाम दिया था “मोडानी”। इसी तर्क के आधार पर उन्होंने गाँधी और सोरोस को मिला कर एक पोस्टर तैयार किया था। उन्होंने कहा कि यह राहुल गाँधी के कर्मों का फल है कि लोग पोस्टर पर लिखे शब्द का अलग-अलग मतलब निकाल रहे हैं।

इतने गंभीर उत्तर के बाद मैंने दोबारा उस TV क्लिप को देखा। इसमें GANDOS लिखा एक पोस्टर है। पोस्टर में एक फोटो भी है। फोटो में एक शख्स है। उसके आधे चेहरे में बकरे जैसी इस्लामी दाढ़ी है, आधे में कोई ठरकी बुड्ढा दिख रहा है। फोटो को पूर्णता में देखते-समझते हुए मैं भी जोर से बोल उठा – यही है GANDOS… और नींद खुल गई।, बीवी से अत्यधिक TV देखने और बड़बड़ाने के लिए डाँट पड़ी सो अलग।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Bharat News Press भारत न्यूज़ प्रेस इंडिया एक शीर्ष श्रेणी का डिजिटल न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म है जो आपको देश और दुनिया की हर महत्वपूर्ण खबर सबसे पहले और सबसे सटीक रूप में उपलब्ध कराता है। यह प्लेटफ़ॉर्म राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, राजनीति, व्यापार, खेल, मनोरंजन, और तकनीकी जगत की ताजा जानकारी प्रदान करता है। भरोसेमंद और गुणवत्तापूर्ण समाचारों के साथ, भारत न्यूज़ प्रेस पाठकों को एक ऐसा अनुभव देता है जो उन्हें हर दिन अपडेट और जागरूक बनाए रखता है।