शिवलिंग और नंदी को जमीन में दबाने पर विवाद, पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया
बदायूं में माहौल खराब करने की कोशिश की गई। हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि खुराफातियों ने धर्मस्थल पर कब्जा कर शिवलिंग और नंदी को जमीन में नीचे दबा दिया। उनकी सूचना पर पुलिस ने धर्मस्थल पर शिवलिंग स्थापित कराया।
बदायूं के दातागंज मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित एक मंदिर में शिवलिंग और नंदी की मूर्तियों को शरारती तत्वों ने जमीन के नीचे दबा दिया। इस घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में तनाव फैल गया। शनिवार सुबह विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और घटना के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस भी सूचना पाकर तुरंत मंदिर परिसर पहुंची। विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने मंदिर के अंदर हुई इस हरकत को हिंदू भावनाओं के साथ खिलवाड़ करार दिया। पुलिस की मौजूदगी में जमीन में दबे शिवलिंग और नंदी को सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया और विधि-विधान से पुनः स्थापित किया गया।
विश्व हिंदू परिषद के नेता उज्ज्वल गुप्ता ने बताया कि यह घटना दातागंज मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग के पास सूरजकुंड इलाके में हुई। यहां एक प्राचीन मंदिर स्थित है, जिसे कुछ शरारती तत्वों ने कब्जा करने की कोशिश की। मंदिर की दीवारों पर "बुद्ध बिहार" लिखते हुए डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर भी लगा दी गई थी। इससे स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों में रोष बढ़ गया।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले में छह संदिग्धों को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस हरकत के पीछे धार्मिक उकसावे का उद्देश्य हो सकता है। क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इस घटना पर स्थानीय प्रशासन ने कहा कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है। अधिकारियों ने अपील की है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें।
इस घटना ने न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत किया है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी भी बढ़ा दी है। फिलहाल, पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
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